यूं मिल जाएगें हम दोनों एक दूजे से
ये तो सोचा न था,
अनजाने से दोस्त हो जाएगें हम
ये तो सोचा न था,
दोस्ती प्यार में बदल जाएगी
और रंग जाउंगी मैं, उसके प्यार में
ये तो सोचा न था।
प्यार का रंग यूं गहरा हो जाएगा
ये तो सोचा न था,
हम इस प्यार में खो जाएगें
दुनियाँ तो क्या ,
खुद को ही बिसरायेगें ,
ये तो सोचा न था।
पर एक दिन तुम रूठ जाओगें ,
ये तो सोचा न था,
प्यार में दगा दे जाओगे
ये तो सोचा न था,
हमें भुला कर , एक अजनबी बना कर
तुम किसी गैर के हो जाओगें ,
ये तो सोचा न था।
----- नीतू कुमारी ✍️
👌👌👌
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