ताज़ा हो गए वो
सारे गुज़रे लम्हें
जो कभी बिताए थे
उसके साथ
दिल में जगा गए थे
जो कई जज़्बात।
सारे गुज़रे लम्हें
जो कभी बिताए थे
उसके साथ
दिल में जगा गए थे
जो कई जज़्बात।
एक बार फिर
पास वो मेरे आई,
पास वो मेरे आई,
थोड़ी सी मुसकाई,
और हाल मेरा
उसने पूछ लिया ,
उसने पूछ लिया ,
कुछ भी ठीक नहीं है,
ये बताऊं उसे, कैसे ?
दिल के राज
दिखाऊं उसे, कैसे ?
दिखाऊं उसे, कैसे ?
वो पल भी तो
बहुत बेवफा था ,
बहुत बेवफा था ,
जब राज-ए-दिल
अपना खोल न पाया,
अपना खोल न पाया,
दिल में छुपी उसके
लिए जो चाहत थी,
उसे बोल ना पाया,
लिए जो चाहत थी,
उसे बोल ना पाया,
देख सामने उसको
होठ मेरे सील जाते थे,
सिर्फ उसे देखने की खातिर
हम मिलों चले जाते थे।
उसकी एक मुस्कान पर
दिल अपना हमने वार दिया,
उसके नाम हमने तो
अपना पूरा संसार किया,
उसकी एक मुस्कान पर
दिल अपना हमने वार दिया,
उसके नाम हमने तो
अपना पूरा संसार किया,
पर वो हो गई किसी और की,
और मेरे पास रह गई
और मेरे पास रह गई
सिर्फ उसकी यादें,
ये यादें अब दिल की
धड़कन बन गई,
उम्र भर के लिए
तड़पन बन गई।
--- नीतू कुमारी ✍️
ये यादें अब दिल की
धड़कन बन गई,
उम्र भर के लिए
तड़पन बन गई।
--- नीतू कुमारी ✍️
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