Sunday, July 12, 2020

बहन का प्यार

बहन के प्यार का
कोई मोल नहीं,
भाई बहन के रिश्ते
जैसा कोई अनमोल नहीं ,
चाहे बहन हो बड़ी ,
चाहे हो वो छोटी,
हर एक भाई की
चाहत है कि,
उसके आंगन में भी
एक बहन होती।

बहन जो हो बड़ी तो ,
छोटे भाई की दीदी कहलाए,
अपने छोटे भाई को
वो गोद में झुलाए,
नींद नहीं आने पर
लोरी भी सुनाएं,
अपने हिस्से की रोटी
भी उसे खिलाएं,
घर पर मां नहीं हो तो
वह मां भी उसकी बन जाए,
बड़ी बहन के रूप में
अपना हर एक फर्ज निभाए।

छोटी बहन करें शरारत,
भैया के साथ वह इठलाए,
दोस्त बनकर भैया के
हर एक राज को छुपाए,
कभी डराए, कभी धमकाए,
बेवजह पापा से मार भी खिलवाए,
पर अपने भैया के लिए
वह सब से लड़ भी जाए।

बड़ी बहन मां का रूप,
छोटी बहन दोस्त स्वरूप,
हर रूप में बहन का प्यार ,
भाई के प्रति दुलार,
होता है पूर्णतः  निस्वार्थ,
इस जगत में हैं प्रेम के कई प्रकार,
उन प्रकारों में सबसे सुंदर,
सबसे पावन भाई-बहन का प्यार।

                   ----- नीतू कुमारी✍️




Monday, July 6, 2020

सावन की बूंदे


कल-कल करता स्वर सरिता,
टप-टप बूंदे बारिश की,
धीर-अधीर करता यह सावन,
जैसे हो कोई साजिश बारिश की।

ताल, झरने, झील, सरिता,
हैं आगोश बारिश की,
मानव पशु पक्षी सारे
झेल रहे साजिश बारिश की।

चांद-चकोर, तोता-मोर, पपीहा-कोयल,
बोले सब एक ही बोल,
एक दूजे से मिलन की बेला आई है,
जिस की साजिश बारिश ने रचाई है।

मन व्याकुल, तन व्याकुल,
व्याकुल धरा का प्यार,
देख सावन की बूंदों को
तृप्त हुआ संसार ।

            ----- नीतू कुमारी ✍️




Thursday, July 2, 2020

दिल के राज़


देखा आज उसे
बहुत दिनों के बाद ,
ताज़ा हो गए वो
सारे गुज़रे लम्हें
जो कभी बिताए थे
उसके साथ
दिल में जगा गए थे
जो कई जज़्बात।

एक बार फिर
पास वो मेरे आई, 
थोड़ी सी मुसकाई,
और हाल मेरा
उसने पूछ लिया ,
कुछ भी ठीक नहीं है, 
ये बताऊं उसे, कैसे ?
दिल के राज
दिखाऊं उसे, कैसे ?

वो पल भी तो
बहुत बेवफा था ,
जब राज-ए-दिल
अपना खोल न पाया,
दिल में छुपी उसके
लिए जो चाहत थी,
उसे बोल ना पाया,
देख सामने उसको 
होठ मेरे सील जाते थे,
सिर्फ उसे देखने की खातिर 
हम मिलों चले जाते थे।

उसकी एक मुस्कान पर
दिल अपना हमने वार दिया,
उसके नाम हमने तो
अपना पूरा संसार किया,
पर वो हो गई किसी और की,
और मेरे  पास रह गई 
सिर्फ उसकी यादें,
ये यादें अब दिल की
धड़कन बन गई,
उम्र भर के लिए
तड़पन बन गई।

                --- नीतू कुमारी ✍️

Wednesday, July 1, 2020

शुभ प्रभात


नूतन दिवस, नूतन नजारा,
चहूं ओर फैला उजियारा ।
आसमान में बिखरती  किरणे,
मिटा दे ह्रदय का अंधियारा।।

--- नीतू कुमारी ✍️